रेस में आर्मी चीफ नरवणे समेत ये नाम
नई दिल्ली : पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर हादसे में असमय निधन से पूरा देश सदमे में है। यह त्रासदी ऐसे वक्त हुई है जब चीन और पाकिस्तान के साथ सरहद पर तनाव है। लिहाजा जल्द से जल्द सीडीएस रावत के उत्तराधिकारी का चयन भी करना होगा। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि सरकार जल्द ही अगले सीडीएस के नाम का ऐलान कर सकती है। मालूम हो कि कुन्नूर हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी की आपात बैठक बुलाई थी। हेलिकॉप्टर हादसे के शहीदों के सम्मान में 2 मिनट के मौन के अलावा मीटिंग में क्या-क्या बातें हुईं, इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। आर्मी चीफ जनरल एम. एम. नरवणे को सीडीएस पद के लिए पहला दावेदार माना जा रहा है। लेकिन उनके अलावा वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी और नेवी चीफ ऐडमिरल आर. हरि कुमार भी इस रेस में शामिल हैं और सरकार इन तीनों में किसी एक को अगला सीडीएस बनाने की तैयारी में है। जहां एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने 30 सितंबर को वायु सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली, वहीं हरि कुमार पिछले महीने ही 30 नवंबर को नेवी चीफ बने हैं। आर्मी चीफ के तौर पर जनरल नरवणे का कार्यकाल अगले साल अप्रैल में पूरा होने वाला है। संशोधित नियमों के मुताबिक, सीडीएस 65 साल की उम्र तक अपने पद पर रह सकते हैं जबकि तीनों सेनाओं के प्रमुखों का कार्यकाल 3 साल तक या फिर 62 साल की उम्र होने तक (इनमें से जो भी पहले आए) होता है। यह वक्त की मांग है कि जल्द से जल्द आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में बेहतर तालमेल के लिए थिअटर कमांड बने। इससे प्लानिंग, लॉजिस्टिक्स, ट्रेनिंग आदि के मामले में तीनों सेनाओं में तालमेल मुमकिन होगा। अधिकारी ने बताया कि जनरल रावत पूरी प्रक्रिया शुरू कर चुके थे लेकिन उनके असामयिक निधन से यह काम अधूरा रह गया। जनरल बिपिन रावत एक साथ तीन बड़ी जिम्मेदारियां निभा रहे थे। वह सीडीएस तो थे ही, साथ में चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी के चेयरमैन भी थे। इसके अलावा वह रक्षा मंत्रालय में नए-नए बने डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स के सेक्रटरी थे।